Sunday, March 07, 2010

भय्या मेरी, राखी के बंधन को निभाना

I recall hearing this song on radio broadcasts when I was a kid -- yes, no TV those days in India. Now, the lyrics make a lot more sense: brother-sister love.





भय्या मेरी, राखी के बंधन को निभाना
भय्या मेरी, छोटी बहन को न भुलाना
देखो यह नाता निभाना, निभाना
भय्या मेरी ...

यह दिन यह त्यौहार खुशी का, पावन जैसे नीर नदी का
भाई के उजले माथे पे, बहन लगाए मंगल टीका
झूमे यह सावन सुहाना, सुहाना
भय्या मेरी ...

बाँध के हमने रेशम डोरी, तुम से उम्मीद ही जोड़ी
नाज़ुक है जो कांच के जैसी, पर जीवन भर जाए न तोडी
जाने यह सारा ज़माना, ज़माना
भय्या मेरी ...

शायद वह सावन भी आये, जो बहना का रंग न लाये
बहन पराये देश बसी हो, अगर वह तुम तक पहुँच न पाए
याद का दीपक जलाना, जलाना
भय्या मेरी ...

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