Nice way to describe how a lover appeals to a man. The sources for this blog entry are given below:
[चाँद सी मेहबूबा हो मेरी, कब ऐसा मैंने सोचा था
हाँ तुम बिल्कुल वैसी हो, जैसा मैंने सोचा था] - २
[न कसमे हैं न रसमे हैं, न शिकवे हैं न वादे हैं] - २
एक सूरत भोली भाली है, दो नैना सीधे साधे हैं
दो नैना सीधे साधे हैं
ऐसा ही रूप खयालों में था, ऐसा मैंने सोचा था
हाँ तुम बिल्कुल वैसी हो, जैसा मैंने सोचा था
[मेरी खुशियाँ ही न बांटे, मेरे गम भी सहना चाहे] - २
देखे न ख्वाब महलों के, मेरे दिल मैं रहना चाहे
मेरे दिल मैं रहना चाहे
इस दुनिया में कौन था ऐसा, जैसा मैंने सोचा था
हाँ तुम बिल्कुल वैसी हो, जैसा मैंने सोचा था
चाँद सी मेहबूबा हो मेरी, कब ऐसा मैंने सोचा था
[तुम बिल्कुल वैसी हो, जैसा मैंने सोचा था] - २
Music, when the lyrics describe some purposeful emotion or thought. These posts are in a mix of English/Hindi or English/Kannada pairs. With the advent of Google's transliteration, it is unnecessary to have inconsistent and misleading hand-crafted English transliterations of originals, for Hindi and Kannada in this blog's case. [If a transliteration is required, it can always be produced by software]. Hindustani ragas are shown in Devanagari, e.g., ♫देश; Carnatic, in Kannada, e.g., ♫ಖರಹರಪ್ರಿಯ.
Monday, March 09, 2009
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