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Saturday, August 03, 2013

आजा रे परदेसी

This is a second song I have encountered recently that uses the phrase पंथ निहार to describe the act of waiting for someone by looking at the road on which the expectant person would come. The first one is मेरे जनम मरण के साथी.



Tuesday, January 29, 2013

ये रातें, ये मौसम, नदी का किनारा, ये चँचल हवा

Kishore Kumar's rendering of
ये बाहों में बाहें, ये बहकी निगाहें
लो आने लगा ज़िंदगी का मज़ा
is a treat to listen to. Bollywood seems to excel when producing rhythmic music capturing romance.




Thursday, January 29, 2009

आंसू भरी हैं यह जीवन की राहें

Mukesh has no match when rendering sad songs.



This song is based on the raag ♫यमन कल्याण.

... ♫ ♫ ♫ ♫ ...
आंसू भरी हैं, ये जीवन की राहें
कोई उनसे कह दे, हमें भूल जायें
आंसू भरी हैं, ये जीवन की राहें
कोई उनसे कह दे, हमें भूल जायें
आंसू भरी हैं ...

... ♫ ♫ ♫ ♫ ...
वादे भुला दे, कसम तोड़ दे वो
... ♫ ♫ ...
वादे भुला दे, कसम तोड़ दे वो
हालत पे अपनी, हमें छोड़ दे वो
ऐसे जहाँ से क्यों हम दिल लगायें
कोई उनसे कह दे, हमें भूल जायें
आंसू भरी हैं ...

... ♫ ♫ ♫ ♫ ...
बरबादियों की अजब दासताँ हूँ
... ♫ ♫ ...
बरबादियों की अजब दासताँ हूँ
शब्नम भी रोये, में वो आसमान हूँ
तुम्हे घर मुबारक, हमें अपनी आहें
कोई उनसे कह दे, हमें भूल जायें
आंसू भरी हैं, ये जीवन की राहें
कोई उनसे कह दे, हमें भूल जायें
आंसू भरी हैं ...