Tuesday, January 29, 2013

ये रातें, ये मौसम, नदी का किनारा, ये चँचल हवा

Kishore Kumar's rendering of
ये बाहों में बाहें, ये बहकी निगाहें
लो आने लगा ज़िंदगी का मज़ा
is a treat to listen to. Bollywood seems to excel when producing rhythmic music capturing romance.





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ये रातें, ये मौसम, नदी का किनारा, ये चँचल हवा
आ ...
ये रातें, ये मौसम, नदी का किनारा, ये चँचल हवा
कहा दो दिलों ने, के मिलकर कभी हम न होंगे जुदा
ये रातें, ये मौसम, नदी का किनारा, ये चँचल हवा

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[ये क्या बात है आज की चांदनी में] - 2
के हम खो गए प्यार की रागनी में
ये बाहों में बाहें, ये बहकी निगाहें
लो आने लगा ज़िंदगी का मज़ा
ये रातें, ये मौसम, नदी का किनारा, ये चँचल हवा

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[सितारों की महफ़िल ने करके इशारा] - 2
कहा अब तो सारा जहाँ है तुम्हारा
मुहब्बत जवाँ हो, खुला आसमाँ हो
करे कोई दिल आरज़ू और क्या?
ये रातें, ये मौसम, नदी का किनारा, ये चँचल हवा

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[कसम है तुम्हे तुम अगर मुझसे रूठे] - 2
रहे साथ जब तक ये बंधन न टूटे
तुम्हे दिल दिया है, ये वादा किया है
सनम मैं तुम्हारी रहूँगी सदा
ये रातें, ये मौसम, नदी का किनारा, ये चँचल हवा
कहा दो दिलों ने, के मिलकर कभी हम न होंगे जुदा
ये रातें, ये मौसम, नदी का किनारा, ये चँचल हवा

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