Monday, May 27, 2013

मेरे जनम मरण के साथी

A devotional बंदिश, a Meera Bhajan, composed by Meera Bai, a 16th century, famous, devotee of Lord Krishna. Another ♫दरबारी कानडा feast.








... ♫ ♫ ♫ ♫ ...

मेरे जनम मरण के साथी
तुम देखो बिन कल न परत है
जानत मोरी छाती रे

ऊंची चढ़ चढ़ पंथ निहारू
रो रो आखियाँ राती
मीरा के प्रभु परम मनोहर
हरि चरण गुण गाती
पल पल तेरो रूप निहारू
निरत निरत सुख पाती रे

No comments: