Nice love song that has in it some irony: The girl wishes that she is with her lover; but, the boy seems to disagree. (As of this blog post, I have not seen the movie).
The lyricist has used the lamp's light metaphor to describe the female's love; the male uses the same metaphor to point out that the flames of a lamp can also burn, create stains, ...
Beautifully woven lyrics.
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The lyricist has used the lamp's light metaphor to describe the female's love; the male uses the same metaphor to point out that the flames of a lamp can also burn, create stains, ...
Beautifully woven lyrics.
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आज अगर मिलन की रात होती ...
जाने क्या बात होती ...
तो क्या बात होती ...
जाने क्या बात होती ...
तो क्या बात होती ...
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सुनते हैं जब प्यार हो तो, दिये जल उठते हैं
तन में, मन में, और नयन में, दिये जल उठते हैं
आजा पिया आजा, आजा पिया आजा, हो ...
आजा पिया आजा, तेरे ही तेरे ही लिए, जलते दिये
बितानी तेरे साये में, साये में, ज़िन्दगानी
बितानी तेरे साये में, साये में ...
तन में, मन में, और नयन में, दिये जल उठते हैं
आजा पिया आजा, आजा पिया आजा, हो ...
आजा पिया आजा, तेरे ही तेरे ही लिए, जलते दिये
बितानी तेरे साये में, साये में, ज़िन्दगानी
बितानी तेरे साये में, साये में ...
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कभी कभी, कभी कभी, ऐसे दियों से, लग है जाती आग भी
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आ ...
धुले धुले से आंचलों पे, लग है जाते दाग भी
आ ...
है वीरानों में बदलते, देखे मन के बाग़ भी
सपनो में श्रिंगार हो तो, दिये जल उठते हैं
ख्वाइशों के, और शर्म के, दिये जल उठते हैं
आजा पिया आजा, तेरे ही तेरे ही लिए, जलते दिये
बितानी तेरे साये में, साये में, ज़िन्दगानी
बितानी तेरे साये में, साये में ...
ख्वाइशों के, और शर्म के, दिये जल उठते हैं
आजा पिया आजा, तेरे ही तेरे ही लिए, जलते दिये
बितानी तेरे साये में, साये में, ज़िन्दगानी
बितानी तेरे साये में, साये में ...
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मेरा नहीं, मेरा नहीं है वो दिया जो, जल रहा है मेरे लिए
मेरी तरफ क्यों ये उजाले आये हैं इनको रोकिए
यूँ बेगानी रोशनी में, कब तलक कोई जिए
मेरी तरफ क्यों ये उजाले आये हैं इनको रोकिए
यूँ बेगानी रोशनी में, कब तलक कोई जिए
साँसों में झनकार हो तो, दिये जल उठते हैं
झांझरों में, कंगनों में, दिये जल उठते हैं
आजा पिया, हूँ ..., जलते दिये
बितानी तेरे साये में, साये में, ज़िन्दगानी
बितानी तेरे साये में, साये में ...
झांझरों में, कंगनों में, दिये जल उठते हैं
आजा पिया, हूँ ..., जलते दिये
बितानी तेरे साये में, साये में, ज़िन्दगानी
बितानी तेरे साये में, साये में ...
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साये में, साये में, ज़िन्दगानी
बितानी तेरे साये में, साये में ...
बितानी तेरे साये में, साये में ...
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