Monday, October 15, 2012

ओ साथी रे, तेरे बिना भी क्या जीना?

Male lover sings about how life cannot be without his female lover.



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ओ साथी रे, [तेरे बिना भी क्या जीना?] - 2
ओ साथी रे, [तेरे बिना भी क्या जीना?] - 2
[फूलों में, कलियों में, सपनों की गलियों में] - 2
तेरे बिना कुछ कहीँ न?
तेरे बिना भी क्या जीना?
ओ साथी रे, [तेरे बिना भी क्या जीना?] - 2

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हर धड़कन में, प्यास है तेरी
साँसों में तेरी खुशबू है
इस धरती से, उस अंबर तक
मेरी नज़र में तू ही तू है
प्यार ये टूटे न ...
प्यार ये टूटे न, तू मुझ से रूठे न
साथ ये छूटे कभी न
तेरे बिना भी क्या जीना?
ओ साथी रे, [तेरे बिना भी क्या जीना?] - 2

... ♫ ♫ ♫ ♫ ...
तुझ बिन जोगन, मेरी राते
तुझ बिन मेरे दिन बंजारे
मेरा जीवन, जलती बूंदे
बुझे बुझे मेरे सपने सारे
तेरे बिना मेरी
तेरे बिना मेरी, मेरे बिना तेरी
ये ज़िंदगी ज़िंदगी न
तेरे बिना भी क्या जीना?
ओ साथी रे, [तेरे बिना भी क्या जीना?] - 2

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