Kishore Kumar brings out, very powerfully, the despair of a lover.
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कैसे कहें हम, प्यार ने हमको, क्या क्या खेल दिखाए
यूँ शर्मायी, किस्मत हम से, खुद से हम शर्माए
... ♫ ♫ ♫ ♫ ...यूँ शर्मायी, किस्मत हम से, खुद से हम शर्माए
बागों को तो, पतझड़ लूटे, लूटा हमें बहार ने
दुनिया मरती, मौत से लेकिन, मारा हमको प्यार ने
अपना वो हाल है, बीच सफर में, जैसे कोई लुट जाए
... ♫ ♫ ♫ ♫ ...दुनिया मरती, मौत से लेकिन, मारा हमको प्यार ने
अपना वो हाल है, बीच सफर में, जैसे कोई लुट जाए
तुम क्या जानो, क्या चाहा था, क्या लेकर आये हम
टूटे सपने, घायल नगमे, कुछ शोले कुछ शबनम
कितना कुछ हैं, पाया हमने, कहे तो कहा न जाए
... ♫ ♫ ♫ ♫ ...टूटे सपने, घायल नगमे, कुछ शोले कुछ शबनम
कितना कुछ हैं, पाया हमने, कहे तो कहा न जाए
ऐसे बजी, शहनाई घर में, अब तक सो न सके हम
अपनों ने हमको, इतना सताया, रोये तो रो न सके हम
अब तो करो कुछ, ऐसा यारो, होश न हमको आए
अपनों ने हमको, इतना सताया, रोये तो रो न सके हम
अब तो करो कुछ, ऐसा यारो, होश न हमको आए
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