Shahnaz Akhtar gave a very memorable performance of this song on Sa Re Ga Ma Pa 2012, and Shankar Mahadevan had a lot of praise.
Good expression of pain in a person's mind.
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Good expression of pain in a person's mind.
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[पूछो न कैसे मैंने रैन बितायी] - 2
[एक पल जैसे, एक युग बीता] - 2
युग बीते मोहे नींद न आयी
पूछो न कैसे मैंने रैन बितायी
[एक पल जैसे, एक युग बीता] - 2
युग बीते मोहे नींद न आयी
पूछो न कैसे मैंने रैन बितायी
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[एक जले दीपक, एक मन मेरा
फिर भी न जाए मेरे घर का अंधेरा] - 2
तडपत, तरसत, उमर गवाई
पूछो न कैसे मैंने रैन बितायी
फिर भी न जाए मेरे घर का अंधेरा] - 2
तडपत, तरसत, उमर गवाई
पूछो न कैसे मैंने रैन बितायी
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[न कहीं चन्दा, न कहीं तारे
ज्योत के प्यासे मेरे, नैन बिछारे] - 2
भोर भी, आस की किरण न लायी
[पूछो न कैसे मैंने रैन बितायी] - 2
ज्योत के प्यासे मेरे, नैन बिछारे] - 2
भोर भी, आस की किरण न लायी
[पूछो न कैसे मैंने रैन बितायी] - 2
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