Sunday, June 07, 2009

आप की नज़रों ने समझा ...






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आप की नज़रों ने समझा, प्यार के काबिल मुझे
दिल की ये धड़कन टहर जा, मिल गयी मंज़िल मुझे
आप की नज़रों ने समझा ...
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जी हमें मंज़ूर है, आप का यह फैसला
जी हमें मंज़ूर है, आप का यह फैसला
कह रही है हर नज़र, बन्दा परवर शुक्रिया
हसके अपनी ज़िंदगी में, कर लिया शामिल मुझे
दिल की ये धड़कन टहर जा, मिल गयी मंज़िल मुझे
आप की नज़रों ने समझा ...
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आप की मंज़िल हूँ मैं, मेरी मंज़िल आप है
आप की मंज़िल हूँ मैं, मेरी मंज़िल आप है
क्यों मै तूफ़ान से डरूं, मेरा साहिल आप है
कोई तूफानों से कह दे, मिल गया साहिल मुझे
दिल की ये धड़कन टहर जा, मिल गयी मंज़िल मुझे
आप की नज़रों ने समझा ...
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पड़ गयी दिल पर मेरे, आप की परछायियाँ
पड़ गयी दिल पर मेरे, आप की परछायियाँ
हर तरफ़ बजने लगी, सैकड़ों शहनाईयां
दो जहाँ की आज खुशियाँ, हो गयी हासिल मुझे
आप की नज़रों ने समझा, प्यार के काबिल मुझे
दिल की ये धड़कन टहर जा, मिल गयी मंज़िल मुझे
आप की नज़रों ने समझा ...

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