It is not often that a song can make a lasting impact in one's memories. For me, the song
is one such.
जाने कहाँ गए वह दिन,
कहते थे तेरी राह में नज़रों को हम बिछायेंगे
जाने कहाँ गए वह दिन,
कहते थे तेरी राह में नज़रों को हम बिछायेंगे
चाहे कहीं भी तुम रहो,
चाहेंगे तुमको उम्र भर तुमको न भूल पायेंगे
... music ...
मेरे कदम जहाँ पड़े, सजदे किए थे यार ने
मेरे कदम जहाँ पड़े, सजदे किए थे यार ने
मुझ को रुला रुला दिया, जाती हुयी ये बहार ने
जाने कहाँ गए वो दिन,
कहते थे तेरी राह में नज़रों को हम बिछायेंगे
चाहे कहीं भी तुम रहो,
चाहेंगे तुमको उम्र भर तुमको न भूल पायेंगे
... music ...
अपनी नज़र में आज कल, दिन भी अँधेरी रात है
अपनी नज़र में आज कल, दिन भी अँधेरी रात है
साया ही अपने साथ था, साया ही अपने साथ है
जाने कहाँ गए वो दिन,
कहते थे तेरी राह में नज़रों को हम बिछायेंगे
चाहे कहीं भी तुम रहो,
चाहेंगे तुमको उम्र भर तुमको न भूल पायेंगे
जाने कहाँ गए वह दिन?
जाने कहाँ गए वह दिन,
कहते थे तेरी राह में नज़रों को हम बिछायेंगे
जाने कहाँ गए वह दिन,
कहते थे तेरी राह में नज़रों को हम बिछायेंगे
चाहे कहीं भी तुम रहो,
चाहेंगे तुमको उम्र भर तुमको न भूल पायेंगे
... music ...
मेरे कदम जहाँ पड़े, सजदे किए थे यार ने
मेरे कदम जहाँ पड़े, सजदे किए थे यार ने
मुझ को रुला रुला दिया, जाती हुयी ये बहार ने
जाने कहाँ गए वो दिन,
कहते थे तेरी राह में नज़रों को हम बिछायेंगे
चाहे कहीं भी तुम रहो,
चाहेंगे तुमको उम्र भर तुमको न भूल पायेंगे
... music ...
अपनी नज़र में आज कल, दिन भी अँधेरी रात है
अपनी नज़र में आज कल, दिन भी अँधेरी रात है
साया ही अपने साथ था, साया ही अपने साथ है
जाने कहाँ गए वो दिन,
कहते थे तेरी राह में नज़रों को हम बिछायेंगे
चाहे कहीं भी तुम रहो,
चाहेंगे तुमको उम्र भर तुमको न भूल पायेंगे
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